उचाना से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे दिलबाग संडील को कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। गौरतलब है कि बिरेन्द्र सिंह के कांग्रेस में वापसी के बाद दिलबाग संडील टिकट के लिए जद्दो जहद कर रहे थे।
पार्टी की तरफ से पूर्व सांसद बृजेन्द्र सिंह को उचाना से प्रत्याशी बनाया गया। जिसके बाद दिलबाग संडील ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना फॉर्म भरकर प्रचार में जुट गए। संडील पिछले कुछ सालों से कांग्रेस में शामिल हो कर प्रचार में जुटे।
एक कार्यक्रम के दौरान हुड्डा के साथ दिलबाग संडील।
संडील हुड्डा ग्रुप में शामिल लोगों में गिने जाते हैं। लेकिन अब उन्हें पार्टी के खिलाफ जाने व पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने के कारण 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया ।
दिलबाग संडील अब एक सफल बिजनेसमैन है। दिलबाग बताते हैं कि शुरुआती समय से वह किसान थे। उनके पिता पुलिस डिपार्टमेंट में थे, तो घर की स्थित कुल मिलकर ठीक थी। वह बताते है कि उनको समाजसेवा का शुरू से ही शौक रहा है। दिलबाग की माता 1995 में संडील गांव की सरपंच बनी। तब उन्होंने लोन लेकर दुकान करी जिसके बाद उनके बिजनेस की शुरुआत की