जयपुर में 9 दिन पहले नाहरगढ़ के चरण मंदिर घूमने गए राहुल पाराशर के मामले में हाईकोर्ट ने डीजीपी और होम सेक्रेटरी समेत पांच लोगों को नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही 20 सितंबर तक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
दरअसल, पिछले रविवार को दो भाई राहुल और आशीष नाहरगढ़ के चरण मंदिर घूमने निकले थे। यहां दोनों रास्ता भटक गए थे। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो नाहरगढ़ की पहाड़ियों में आशीष का शव बरामद हुआ था। लेकिन, अब तक इस मामले में राहुल का पुलिस पता नहीं लगा पाई।
इसी मामले को लेकर राहुल के पिता सुरेश चंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। इस पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अधिकारियों को तलब किया है।
पिता ने कहा था-बेटा किसी की कैद में
इस याचिका में पिता ने कहा था- उनका बेटा राहुल किसी की कैद में है। उसकी जान को खतरा हो सकता हैं। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए जाए कि उसकी तलाश करके उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाए।
याचिका में डीजीपी, गृह सचिव, एडीजी, मानव तस्करी विरोधी, पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर उत्तर और शास्त्रीनगर एसएचओ को पक्षकार बनाया गया था। सोमवार को इंद्रजीत सिंह की खंडपीठ में इसकी सुनवाई हुई।
याचिकाकर्ता के वकील गिरिराज प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस मामले में परिजनों ने समय पर पुलिस को इन्फॉर्म कर दिया गया था। पुलिस की लापरवाही और उदासीनता की वजह से समय पर सर्च नहीं किया गया था। पुलिस और प्रशासन की ढिलाई की वजह से और जवाब नहीं देने पर हाईकोर्ट की शरण ली गई थी। मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पुलिस से प्रोग्रेस रिपोर्ट तलब की है। साथ ही कोर्ट ने पांचों अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए 20 सितंबर तक जवाब मांगा है।
याचिका में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप याचिकाकर्ता के अधिवक्ता गिरिराज प्रसाद शर्मा ने बताया- मामले में पुलिस ने भी लापरवाही बरती हैं। राहुल और आशीष से दोपहर बाद संपर्क नहीं हो पा रहा था। शास्त्री नगर थाने में इसकी सूचना दी गई लेकिन पुलिस ने दोनों को खोजने का कोई प्रयास नहीं किया।
लोगों के थाने में एकत्रित होने के बाद अगले दिन सुबह से तलाश शुरू की गई। इस बीच तीन थानों की पुलिस क्षेत्राधिकार को लेकर उलझती रही। अगर समय पर तलाश शुरू की जाती तो संभवत अनहोनी को टाला जा सकता था।
यह है पूरा मामला जयपुर के शास्त्रीनगर इलाके से 1 सितंबर को नाहरगढ़ के चरण मंदिर घूमने जाने की कहकर निकले दो भाइयों में से छोटे आशीष पाराशर का शव पहाड़ियों पर मिला। बड़ा भाई राहुल अभी लापता है। दोनों रविवार सुबह से लापता थे। वे सुबह 6 बजे घर से नाहरगढ़ घूमने निकले थे। दोनों के फोन बंद आ रहे थे। देर शाम तक जब परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हो सका तो वे शास्त्रीनगर थाने पहुंच गए। आरोप है कि पुलिस ने मदद नहीं की और अपने स्तर पर ढूंढने को कहा। रविवार रात परिजन थाने के बाहर जुट गए और हंगामा किया।
इसके बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस एक्टिव हुई। रात 11 बजे सिविल डिफेंस को जानकारी दी गई। सिविल डिफेंस की टीम ने सोमवार सुबह 5 बजे तक पहाड़ी एरिया में चरण मंदिर, हथनी कुंड, नाहरगढ़ टांका, चांदमारी की पहाड़ी और जंगल के इलाकों में सर्च किया, लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं लगा।
सोमवार सुबह दोबारा टीमों ने सर्च किया। इस दौरान नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर आशीष की बॉडी टीम को मिल गई, जबकि राहुल का सुराग अभी नहीं लगा। दोनों के पिता सुरेश पाराशर शास्त्री नगर में ही कांजी बड़े की दुकान चलाते हैं। राहुल एमए की पढ़ाई कर रहा है, जबकि आशीष बीए की पढ़ाई कर रहा था।