पाकिस्तान में बुधवार दोपहर आए 5.8 तीव्रता के तेज भूकंप से राजस्थान में भी धरती कांप उठी। इस भूकंप का असर राजस्थान के सीमावर्ती जिले गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर के एरिया में रहा। जहां हल्के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों और दफ्तारों से बाहर निकल गए।
मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप भारतीय समयानुसार 12.58 बजे आया और ये पाकिस्तान के वाहोवा प्रांत के पास आया। इस भूकंप से राजस्थान, पंजाब और जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में झटके महसूस हुए। राजस्थान में श्रीगंगानगर, बीकानेर के एरिया में इस भूकंप से सबसे ज्यादा झटके महसूस किए गए। वहीं जैसलमेर, हनुमानगढ़ और चूरू के कुछ ग्रामीण एरिया में भूकंप के बहुत हल्के झटके महसूस किए गए।
बॉर्डर के जिले श्रीगंगानगर में 4-5 सेकेंड तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किये। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 नापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से करीब 33 किमी नीचे था।
जानमाल के नुकसान नहीं दोपहर करीब 12.58 बजे भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग डर के कारण घरों से बाहर निकल आए। श्रीगंगानगर के निवासी अरविंद ने बताया कि अचानक उन्हें लगा कि कुछ हिल रहा है। भूकंप का एहसास होते ही वे दौड़कर बाहर निकले। अरविंद ने बताया कि उन्होंने करीब 4 सेकेंड तक भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए।
पाकिस्तान में आए भूकंप का असर श्रीगंगानगर तक पड़ोसी देश पाकिस्तान में आए भूकंप का बेहद मामूली असर श्रीगंगानगर इलाके पर भी नजर आया। पाकिस्तान से श्रीगंगानगर महज 25 किलोमीटर दूरी पर है, ऐसे में भूकंप का कुछ असर श्रीगंगानगर इलाके पर दिखा। शहर में लोगों ने जैसे ही मामूली मूवमेंट देखा उन्होंने एक दूसरे को फोन कर इस बारे में जानकारी ली। यह असर कुछ सेकेंड तक ही रहा। दोपहर 12 बजकर 58 मिनट पर लोगों को कुछ मिनट के लिए मूवमेंट महसूस हुआ।
मौसम विभाग के जयपुर स्थित सहायक निदेशक हिमांशु शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया है। हालांकि अब तक श्रीगंगानगर पर इसका असर रहने की कोई पुख्ता सूचना नहीं है, लेकिन नजदीक होने के कारण यह असर कुछ सेकेंड तक रह सकता है। मौसम विभाग के स्थानीय सूत्रों ने भी हालांकि भूकंप की पुष्टि नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से सीमा सटी होने के कारण भूकंप का असर हमारे यहां हाे सकता है।
भूकंप क्यों आता है? हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।