अजमेर में महिला टीचर को डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर टीचर पर कनाडा में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज होने का डर दिखाया। जेल जाने से बचने का झांसा देकर चार ट्रांजेक्शन के जरिए 12 लाख 80 हजार रुपए हड़प लिए। महिला टीचर ने गुरुवार को मामले की शिकायत साइबर थाने में दी है।
साइबर थाना पुलिस के अनुसार- मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल की टीचर गार्गी दास डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुई है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया- वह इंग्लिश टीचर है। 25 अगस्त 2024 को ट्राई से उसके पास एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए उसका मोबाइल नंबर बंद करने के धमकी दी। कहा कि उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस है।
महिला टीचर ने बताया- 25 अगस्त को ही एक दूसरे नंबर से वापस व्हाट्सऐप कॉल आया। कॉलर ने खुद को विजय खन्ना बताकर क्राइम ब्रांच मुंबई का अधिकारी बताया था। कॉलर ने कहा- उसके खिलाफ कनाडा में एफआईआर दर्ज हुई है। व्हाट्सऐप पर फर्जी कागज भेजकर डराया-धमकाया।
टीचर ने बताया- कॉलर ने कहा कि यह बात किसी को मत बताना। वरना आपका परिवार मुसीबत में पड़ जाएगा। इसके बाद डिजिटल अरेस्ट कर ऑनलाइन के माध्यम से डिजिटल कोर्ट रूम लगाया। उसे जेल जाने का डर दिखाकर ट्रांजेक्शन के जरिए 1280000 ट्रांसफर करवा लिए।
ट्रांसफर करवाने के बाद ठग ने कहा- यह पैसे वापस आ जाएंगे। लेकिन जब उसने वापस कॉल किया तो कॉल रिसीव नहीं किया। टीचर ने बताया कि ठगों के द्वारा उसे जेल जाने का भय दिखाते हुए उसे धोखाधड़ी की गई है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।