बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ने कहा- कई लोगों ने लोकसभा चुनाव परिणाम से भारतीय जनता पार्टी को अंडर एस्टीमेट किया था, जबकि हरियाणा में इसकी हकीकत कुछ और थी। हरियाणा में हमेशा खर्ची और पर्ची की चर्चा रही, लेकिन हमने वहां की परिस्थितियों को बदला।
मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने पूनिया के लिए सियासी संजीवनी का काम किया है। ऐसा दावा है कि इन परिणामों से पूनिया को आगे चलकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलनी तय है।
इधर, हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर सतीश पूनिया से दैनिक भास्कर ने एक्सक्लूसिव बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कुशल नेतृत्व, भारतीय जनता पार्टी का संगठन और उससे भी ज्यादा अच्छा प्रबंध हरियाणा में बीजेपी की के लिए कारगर रहा। इसके साथ ही हमने टीम हरियाणा के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव के दौरान जो कमियां रही थीं, उन्हें दुरुस्त किया। भारतीय जनता पार्टी के संगठन को धरातल पर और ज्यादा मजबूत किया। पूरे हरियाणा प्रदेश में एक अच्छा प्रचार अभियान चलाया। चुनाव के तहत जो भी काम महत्वपूर्ण लग रहा था, उन सभी पहलुओं को पूरा कर ठीक किया।
हालांकि कई लोगों ने लोकसभा चुनाव परिणाम से भारतीय जनता पार्टी को अंडर एस्टीमेट किया था। जबकि हरियाणा में इसकी हकीकत कुछ और थी। तब भी मैंडेट भारतीय जनता पार्टी को ही मिला था, उस वक्त भी 44 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने लीड किया था।
उस समय ही हमें समझ में आ गया था कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी वापसी कर सकती है। इसी भरोसे के साथ पिछले 10 साल के कामकाज के आधार पर हम जनता के बीच गए। हरियाणा में खर्ची और पर्ची की चर्चा हमेशा सुनी होगी। भर्तियों में बिना पैसे काम नहीं होता था, गरीब को नौकरी नहीं मिलती थी, लेकिन भाजपा सरकार ने वहां की परिस्थितियों को बदला। जनता ने इसे स्वीकार किया। इस पर जनता ने भी वोट के माध्यम से हम पर विश्वास जताया।