राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि सीकर के खंडेला इलाके के हमीरपुरा कलां गांव के एक घर में रह रहे मां-बेटे की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। कुछ ही दिनों बाद बेटे की शादी होने वाली थी। घर में तैयारियां चल रही थीं।
बड़े बेटे मुकेश की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज हुआ। पुलिस की जांच में सामने आया कि मरने वाला युवक लोकेश कालाडेरा (जयपुर ग्रामीण) के रहने वाले कमलेश यादव से लगातार फोन पर बात करता था। दोनों के बीच किसी लड़की को लेकर बात होती थी। काफी कोशिशों के बाद कमलेश पुलिस के हाथ आया।
पुलिस ने गिरफ्तार किया, तब कमलेश के साथ हरियाणा का एक शूटर रिंकू भी था। दोनों बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। इधर, पुलिस भी अलर्ट थी। मोबाइल टीम लोकेशन ट्रेस कर दोनों का पीछा कर रही थी।
पुलिस टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 500 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया। पुलिस को मुखबिर से कमलेश यादव व रिंकू की पहले पानीपत और फिर वापस रोहतक जाने की जानकारी मिली। वह बार-बार लोकेशन बदल रहे थे।
पुलिस टीम ने पीछा कर उन्हें हरियाणा के खरखौदा गांव के एक मकान में घेर लिया। पुलिस को देख दोनों आरोपी मकान कूदकर भागने लगे। पुलिस ने बड़ी मशक्कत से आरोपियों का पीछा कर उन्हें पकड़ लिया।
पुलिस आरोपियों को अरेस्ट कर खंडेला थाने ले आई। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो कई बातें सामने आईं। तत्कालीन एसपी परिस देशमुख ने 31 अगस्त को सीकर एसपी कार्यलय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया।