जयपुर के जनाना हॉस्पिटल के एनआईसीयू वार्ड में छत से प्लास्टर गिरने के दो दिन बाद आज हेल्थ मिनिस्टर गजेन्द्र सिंह खींवसर निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्होंने हॉस्पिटल में खराब स्थिति। हॉस्पिटल में वार्डों के अलावा हॉस्पिटल परिसर के अन्य जगहों का दौरा करने के बाद उच्चाधिकारियों संग हेल्थ डिपार्टमेंट में बैठक की। जहां उन्होंने जनाना समेत प्रदेश के तमाम हॉस्पिटल जिनमें भवन जर्जर है या कोई दूसरी समस्या है उसका एकीकृत प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि बड़े स्तर पर काम शुरू करवाकर हॉस्पिटलों की स्थिति सुधारी जा सके।
मंत्री ने बैठक के दौरान चिंता जताई कि जिस तरह आए दिन फॉल सिलिंग गिरने, छत से प्लास्टर गिरने की घटनाएं हो रही हैं। ये मरीजों, उनके परिजन और स्टाफ की सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने एसएमएस मेडिकल कॉलेज से अटैच हॉस्पिटलों में इस तरह की समस्या ज्यादा है। उन्होंने इन सभी हॉस्पिटल का विस्तृत प्लान बनवाकर भिजवाने के लिए कहा। उन्होंने इंजीनियरों को दो महीने में प्लान देने के निर्देश दिए।
इस दौरान मंत्री संग हेल्थ डिपार्टमेंट में मेडिकल एजुकेशन के सचिव अम्बरीश कुमार, आयुक्त इकबाल खान, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. दीपक माहेश्वरी, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनीयर (भवन) सुनील गुप्ता सहित एसएमएस मेडिकल कॉलेज से अटैच हॉस्पिटलों के अधीक्षक भी मौजूद थे।
आपको बता दें कि मंगलवार को जनाना के एनआईसीयू वार्ड में छत से प्लास्टर गिरने के बाद वहां मौजूद बच्चों के परिजनों में घबराहट हो गई थी। क्योंकि जिस समय ये घटना हुई थी उस समय वार्ड में 8-10 बजे भर्ती थे। उनका इलाज चल रहा था। जिस जगह प्लास्टर गिरा वहां मौजूद एनआईसीयू बैड पर भर्ती बच्चे को हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था।
हॉस्पिटल अधीक्षक और अधिकारी करें रूटीन विजिट
मंत्री खींवसर ने हॉस्पिटलों के भवनों की रूटीन मेंटनेंस करवाने और सुरक्षा व्यवस्था के लिए हॉस्पिटल अधीक्षक और संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को रूटीन विजिट करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा- जहां भी कोई खामियां दिखे उसे तुरंत ठीक करवाए, ताकि आगे से इस तरह की घटना न हो। इसके लिए उन्होंने आरएमआरएस फंड का उपयोग करने के लिए कहा। चिकित्सा मंत्री ने जनाना अस्पताल का किया निरीक्षण।