जैसलमेर शहर को सुंदर दिखाने के लिए नगर परिषद काफी प्रयास कर रही है। अब शहर के डिवाइडर को पीले कलात्मक पत्थरों के साथ बनाया जा रहा है। करीब 4 करोड़ की लागत से शहर के अंबेडकर पार्क से मलका प्रोल तक डिवाइडर को पीले पत्थरों से बनाया जा रहा है। फिलहाल एयरफोर्स चौराहे पर पीले पत्थरों के डिवाइडर बनाने का काम चल रहा है।
अपनी तरह के पहली बार हो रहे इस निर्माण की हर कोई तारीफ कर रहा है। नगर परिषद कमिश्नर लजपाल सिंह ने बताया कि शहर को सुंदर बनाने और सैलानियों को लुभाने के लिए नगर परिषद अनूठे प्रयास कर रही है। इसको लेकर हम करीब 4 करोड़ रुपए खर्च कर जैसलमेर के पीले पत्थरों से कलात्मक डिवाइडर बनाने का काम कर रहे हैं ताकि स्वर्णनगरी की सुंदरता में ये यलो स्टोन से बने डिवाइडर चार चांद लगा दे।
4 करोड़ से बन रहे डिवाइडर कमिश्नर लजपाल सिंह ने बताया कि शहर के अंबेडकर पार्क से लेकर गड़ीसर सर्किल, एयरफोर्स सर्किल, नीरज सर्किल, व्यास सर्किल से होते हुए हनुमान सर्किल और गीता आश्रम चौराहे से लेकर मलका प्रोल तक बने डिवाइडर को इस नए डिवाइडर से बदलने का काम शुरू हो गया। इस काम पर करीब 4 करोड़ का खर्च आएगा। काम शुरू भी हो गया है और उम्मीद है कि इस साल के अंत तक ये सारा काम कम्प्लीट हो जाएगा।
जैसलमेर के पीले कलात्मक पत्थरों का उपयोग करीब 4 करोड़ की लागत से बनने वाले इन डिवाइडरों में जैसलमेर की शैली के कलात्मक पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। जिससे यहां आने वाले पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बन जाएगा, इसी के साथ इसमें बड़े पाम ट्री को भी लगाया जाएगा। जिससे इसकी सुंदरता और भी निखर जाएगी। नगर परिषद आयुक्त लजपाल सिंह ने बताया कि स्वर्णनगरी जैसलमेर एक पर्यटन नगरी हैं। जैसलमेर की सुंदरता को निहारने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देसी विदेशी सैलानी यहां आते हैं। शहर की सुंदरता बनी रहे इसको लेकर नगर परिषद समय समय पर प्रयासरत रहती हैं।
लेकिन शहर में पिछले दिनों हुए सड़क निर्माण के बाद सड़कों का लेवल ऊपर आ जाने से यहां के डिवाइडर सड़क से नीचे हो गए है, जिससे चलते हर वक्त दुर्घटना का खतरा मंडराता रहता है। इसी को देखते हुए नगर परिषद शहर में डिवाइडर का निर्माण कराने जा रही है।