कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं शकुंतला रावत ने कहा- मुझे और मेरे परिवार को कोई मारना चाहता है। 25 दिन में तीसरी बार मेरे घर में बदमाश घुसा है। उसने कोई सामान नहीं चुराया। मुझे आशंका है कि बदमाश मेरी रेकी कर रहे हैं। क्या पुलिस को कोई बड़ी घटना का इंतजार है। तभी पुलिस सक्रिय होगी। रावत ने इस बाबत DGP उत्कल रंजन साहू से 17 अक्टूबर को मुलाकात की और पूरे मामले को बताया। शनिवार को तो उन्होंने साहू से फोन पर भी बात की।
अलवर एसपी संजीव नैन ने बताया- अलवर के शिवाजी पार्क थाना इलाके की कर्मचारी कॉलोनी स्थित पूर्व कैबिनेट मंत्री रावत के बंगले में शुक्रवार रात करीब 10:55 बजे अज्ञात बदमाश घुस गया। नाबालिग चोरी करने के प्रयास में गया था। उसी नाबालिग ने आसपास के कई मकानों में भी छोटी-मोटी चोरी की है। जिसे एक बार पहले भी पकड़ा गया था। यही नाबालिग पूर्व मंत्री के दोनों मकानों में चोरी करने के मकसद से घुसा है। अन्य वारदातों को लेकर जल्द खुलासा किया जाएगा।
डीजीपी साहब, शुक्रवार रात 10 बजकर 55 मिनट पर फिर से घर के अंदर बदमाश आ गया। वह छत पर रेकी करता है। दोबारा जाकर सरिया लेकर आता है। अब हमें डर है कि कोई परिवार के सदस्य को मारना चाहता है। मुझे भारी टेंशन है कि घर में घुसते हैं, लेकिन कुछ चोरी करके नहीं ले जाते।
बोलीं- DGP से मिलकर आई और वारदात हो गई पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा- मामले को लेकर 17 अक्टूबर को जयपुर में डीजीपी से मिली और उनको लगातार हो रही घटनाओं के बारे में बताया। उनको बताने के बाद उसी रात को फिर अलवर के कर्मचारी कॉलोनी स्थित मकान में बदमाश घुस गया। वह सरिया लेकर आया था। मेरे पति पानी की टंकी भरने में लगे थे। उन्होंने टंकी को देखने के लिए CCTV पर नजर डाली। तभी उनको छत पर कोई नजर आया। इसके बाद वे चिल्लाते हुए बाहर आए। इसके बाद बदमाश पास वाले मकान की छत से भाग गया। वह करीब 6 किलो वजन का सरिया साथ लेकर आया था। उसे छोड़ कर भाग गया। फौरन पुलिस को भी सूचना दी गई।
उन्होंने बताया- सबसे पहले 22 सितंबर को मोहम्मदपुर बहरोड़ स्थित मकान पर संदिग्ध घुस आए थे। इसके बाद 24 सितंबर को अलवर के कर्मचारी कॉलोनी में स्थित मकान में बदमाश घुसा था। अब 18 अक्टूबर को कर्मचारी कॉलोनी में ही सामने वाले मकान में कोई घुसा और जाग होने पर भाग निकला।