जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 10 कार्यकर्ताओं को चाकू घोंपने वाले के घर पर आज बुलडोजर चलाया गया। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की ओर से अवैध निर्माण को ढहाया गया। रजनी विहार में बाप-बेटे ने मंदिर में जागरण कर रहे आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया था।
एसीपी गौरीशंकर शर्मा ने बताया- गुरुवार को हुई वारदात के दूसरे दिन शुक्रवार को मौका परीक्षण किया था। इसके बाद मकान मालिक नसीब चौधरी को जेडीए ने शनिवार को नोटिस जारी किया था।
24 घंटे में नोटिस का जवाब देने को कहा गया था। जवाब नहीं मिलने पर रविवार सुबह 10.40 बजे कार्रवाई की गई। जल्द ही जगह को अतिक्रमण मुक्त कर देंगे।
नसीब चौधरी ने मंदिर की जमीन और पार्क पर अवैध कब्जा कर दो कमरों का ढांचा बना दिया था। कमरों में जिम का सामान और बड़े ड्रम रखे थे। दस्ते ने सामान समेत ही अतिक्रमण हटा दिया।
एसीपी ने कहा- कार्रवाई के जरिए मंदिर और पार्क की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया है। पड़ोसी ने यहां कब्जा कर लिया था। 20 बाई 35 वर्ग फीट जमीन पर कब्जा था। जेडीए ने इसे ध्वस्त किया है। मंदिर के आसपास के इलाके का भी सर्वे करेंगे। अतिक्रमण पाया गया तो उसे भी ध्वस्त करेंगे।
कार्रवाई के दौरान जुटी भीड़ कार्रवाई के दौरान मंदिर में लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों ने बताया कि इलाके में नसीब चौधरी का खौफ था। वह भूमाफिया है।
लोगों ने बताया कि नसीब चौधरी को मंदिर में आरती या धार्मिक कार्यक्रम करने पर ऐतराज होता था। शरद पूर्णिमा वाले दिन मंदिर में जागरण था। प्रसाद में बांटने के लिए खीर रखी हुई थी।
इस दौरान नसीब चौधरी, उसकी पत्नी निर्मला और बेटा भीष्म चौधरी आए। नसीब ने लात मारकर खीर के भगोने को गिरा दिया था। बाप-बेटे ने 10 लोगों के चाकू मार दिया था।
पूर्व मेयर बोलीं- इसकी हिस्ट्रीशीट खुलनी चाहिए पूर्व महापौर शील धाभाई ने कहा- शर्मनाक और दर्दनाक घटना थी। मंदिर पर नसीब चौधरी ने कब्जा कर रखा था। मंदिर में आरती का भी विरोध करता था। यह कार्रवाई बहुत पहले हो जानी चाहिए थी। इसने रोड पर 15 फीट तक कब्जा कर रखा था। इसके घर की तलाशी होनी चाहिए। इसकी हिस्ट्रीशीट खुलनी चाहिए।
17 अक्टूबर की रात हुई थी चाकूबाजी जयपुर में एक मंदिर के जागरण में 17 अक्टूबर की रात चाकूबाजी में RSS से जुड़े 10 लोग घायल हो गए थे। हमलावरों ने चाकू से लोगों के पेट और छाती पर वार किए थे। हमले से गुस्साई भीड़ ने दिल्ली-अजमेर हाईवे पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने लोगों को समझाकर रात करीब डेढ़ बजे जाम खुलवाया था। आक्रोशित भीड़ ने हमलावरों के घर पर पथराव भी किया था। पुलिस ने मामले में नसीब चौधरी, उसकी पत्नी निर्मला और बेटे भीष्म चौधरी को अरेस्ट कर लिया था।