एबीवीपी के पूर्व नगर मंत्री नरेन्द्र प्रजापत के मर्डर के मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सदर पुलिस ने शातिर आरोपी बूंटिया निवासी अमित कस्वां उर्फ मितला को मुम्बई से गिरफ्तार किया है। अमित उर्फ मितला पर एसपी की ओर से 15 हजार रूपए का इनाम भी घोषित किया गया है।
डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि एक नवम्बर की रात सदर थाना क्षेत्र के डाबला गांव के पास एबीवीपी के पूर्व नगर मंत्री नरेन्द्र प्रजापत (28) की पुरानी रंजिश को लेकर अमित कस्वां उर्फ मितला, शुभम ढाका और हितेश कुमावत ने लाठी और सरियों से पीटकर मर्डर कर दिया था। पुलिस ने नरेंन्द्र के चाचा की रिपोर्ट पर मर्डर का मामला दर्ज किया था। डीएसपी झाझड़िया ने बताया कि साइबर सेल और मुखबिर की सूचना पर लगातार पुलिस शातिर अमित कस्वां उर्फ मितला के पीछे लगी थी। जो महाराष्ट्र की भिवंडी में छिपा हुआ था। जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी से मामले में फरार चल रहे शुभम ढाका के बारे में पूछताछ करेगी। मामले में पुलिस ने हितेश कुमावत को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई करने वाली टीम में सदर थानाधिकारी बलवंत सिंह, कॉन्स्टेबल नवीन कुमार सांगवान, कॉन्स्टेबल सरजीत सिंह शेखावत, एजीटीएफ टीम के हेड कॉन्स्टेबल सज्जन कुमार और साइबर सेल के कॉन्स्टेबल रमाकांत की अहम भूमिका रही।
पुष्कर में भिखारियों के बीच काटी फरारी पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि नरेन्द्र प्रजापत के मर्डर के बाद तीनों बदमाश अलग-अलग फरार हुए। इसमें अमित कस्वां उर्फ मितला मर्डर के बाद बाइक से पहले फतेहपुर गया। वहां से पुष्कर गया, जहां वह पुष्कर मेले में आए हुए भिखारियों के बीच रहता था। वहीं एक दिन तारानगर भी आया था। इसके बाद मुम्बई चला गया। जहां रहकर वह फरारी काट रहा था। पुष्कर में वह अपना हुलिया बदलकर भीख मांगकर काम चला रहा था। रात को भिखारियों के बीच ही सोने लगा था, ताकि पुलिस को कोई शक नहीं हो।
एक करोड़ 47 लाख की लूट में भी है आरोपी डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि जयपुर में हुई एक करोड़ 47 लाख रुपए की लूट के मामले में अमित कस्वां उर्फ मितला मुख्य आरोपी है। उस वारदात के बाद से ही वह लगातार फरार चल रहा था। उसमें मामले की फरारी वह फतेहपुर में काट रहा था। डीएसपी ने बताया कि शातिर बदमाश पर करीब 12 मामले दर्ज हैं। जिनमें कई मामलों में वह फरार चल रहा था।