देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के आजाद मैदान में गुरुवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णनन ने उन्हें शपथ दिलाई। उन्होंने मराठी में शपथ ली। महाराष्ट्र में तीसरी बार सीएम बनने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं।
फडणवीस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लिया और पीएम मोदी और अमित शाह काे धन्यवाद दिया। शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता हैं, जो सीएम के बाद डिप्टी सीएम बने। शिंदे की सरकार में फडणवीस डिप्टी सीएम बने थे।
शिंदे के बाद NCP नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। वह छठी बार डिप्टी सीएम बने। वह महायुति और महाविकास अघाड़ी की सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके हैं।
शपथ समारोह में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री समेत तमाम नेता कार्यक्रम में मौजूद रहे। सचिन तेंदुलकर, शाहरूख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह समेत 200 VIPs कार्यक्रम भी पहुंचे।
देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के आजाद मैदान में गुरुवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णनन ने उन्हें शपथ दिलाई। उन्होंने मराठी में शपथ ली। महाराष्ट्र में तीसरी बार सीएम बनने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं।
फडणवीस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लिया और पीएम मोदी और अमित शाह काे धन्यवाद दिया। शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता हैं, जो सीएम के बाद डिप्टी सीएम बने। शिंदे की सरकार में फडणवीस डिप्टी सीएम बने थे।
शिंदे के बाद NCP नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। वह छठी बार डिप्टी सीएम बने। वह महायुति और महाविकास अघाड़ी की सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके हैं।
शपथ समारोह में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री समेत तमाम नेता कार्यक्रम में मौजूद रहे। सचिन तेंदुलकर, शाहरूख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह समेत 200 VIPs कार्यक्रम भी पहुंचे।
मंत्रियों ने शपथ नहीं ली सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के अलावा किसी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई गई। हालांकि महायुति के बीच कैबिनेट बंटवारे को लेकर 6-1 का फॉर्मूला तय हुआ है। यानी 6 विधायक पर एक मंत्री पद मिलेगा। इसके तहत भाजपा को 20 से 22 मंत्री पद, एकनाथ शिंदे गुट को 12 और अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं।
शपथ समारोह के बाद महायुती की बैठक होगी। आगे की रणनीति और मंत्रिमंडल के गठन पर चर्चा होगी।
महायुति ने 230, MVA ने 46 सीटें जीतीं महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 विधायक जीते। वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) को 46 और अन्य को 12 सीटें मिलीं। MVA में शिवसेना (UBT) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की NCP को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है।