बांसवाड़ा जहरीली चाय पीने से मां, बेटे और दादी की मौत हो गई। परिवार के 2 सदस्य और एक पड़ोसी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना बांसवाड़ा के आंबापुरा थाना इलाके के गांव नलदा में रविवार दोपहर ढाई बजे की है।
थाना इंचार्ज रामरूप मीणा ने बताया- रविवार दोपहर नलदा गांव के किसान लालू की बहू दरिया (55) ने चाय बनाई थी। दरिया ने गलती से चायपत्ती की जगह दीमक और खरपतवार नष्ट करने वाला कीटनाशक दूध में डालकर उबाल दिया। इसके बाद दरिया ने परिवार के लोगों को चाय सर्व की। एक पड़ोसी समेत घर के 6 लोगों ने चाय पी। खुद दरिया ने भी चाय पी।
चाय पीते ही उल्टियां होने लगी जहरीली चाय पीने के आधे घंटे बाद दरिया, पति शंभू (55), ससुर लालू, बहू चंदा (28), पोते अक्षय (10) और पड़ोसी मनीष (35) पुत्र मोगजी की हालत बिगड़ने लगी। सभी उल्टियां करने लगे।
पड़ोसियों ने उन्हें एंबुलेंस से बांसवाड़ा के जिला हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने दरिया को मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद बाकी 5 लोगों को तुरंत उदयपुर के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
रास्ते में बहू और उदयपुर में पोते ने तोड़ा दम एंबुलेंस से बांसवाड़ा से उदयपुर ले जाते समय सलूंबर में बहू चंदा ने भी दम तोड़ दिया। उदयपुर के जिला अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को अक्षय की भी मौत हो गई। शंभू, लालू और मनीष का इलाज उदयपुर के जिला हॉस्पिटल में चल रहा है।
पड़ोसियों ने बताया कि रविवार को लालू के परिवार के सभी सदस्य नजदीकी गांव में शादी समारोह में शामिल होने वाले थे। सभी कार्यक्रम में जाने के लिए तैयार हुए थे। इसके बाद दोपहर में दरिया ने चाय बनाई थी। रसोई में दीमक और खरपतवार नष्ट करने की एक दवा पोटली में मिली। जिसे दरिया ने चायपत्ती समझ दूध में डाला था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
विधायक बोले- पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाएंगे मामले में सोमवार को बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा- चायपत्ती की गफलत में परिवार ने कीटनाशक डालकर चाय पी ली। इससे तीन की मौत हो गई। तीन लोगों का इलाज उदयपुर में चल रहा है। तीनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मैंने कलेक्टर से बात की है। आंबापुरा के तहसीलदार आज गांव गए हैं। परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।