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जोधपुर में हुए सामूहिक सुसाइड मामले में जान गंवाने वाले नवरत्न और प्रदीप के मामा ने नवरत्न के साले श्रवण सिंह पर धमकी देने का आरोप लगाया है। मामा जगदीश ने बताया कि शादी के 4 महीने बाद ही भांजे के ससुराल वाले टॉर्चर करने लगे थे।

सुसाइड से 2 दिन पहले ही नवरत्न के साले श्रवण सिंह ने कॉल कर धमकी दी थी कि तुम मेरी बहन से मारपीट करते हो, हम दो दिन में तुम्हारे गांव आएंगे और पंचायत करवाएंगे। साथ ही कहा मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देंगे।

मामला जोधपुर के ओसियां स्थित बिगमी गांव का है। मंगलवार को प्रदीप (24), नवरत्न (27) और उनकी मां भंवरी (54) ने चूहे मारने की दवा खाकर सुसाइड कर लिया था। आरोप है कि नवरत्न के ससुराल वालों ने परिवार को इतना परेशान किया कि इन्हें जान देनी पड़ी। भंवरी और उसके दोनों बच्चों ने समाज में बदनामी के डर से अपनी जान गंवा दी।

इधर, इस सुसाइड केस में ये भी सामने आया कि तीनों के सामूहिक सुसाइड से पहले नवरत्न का छोटा भाई प्रदीप अपने ज्वेलर दोस्त पिंटू को एक पोटली देकर आया था, जिसमें सुसाइड नोट ​था। इस पोटली को खोलने के लिए मना किया था लेकिन 15 मिनट बाद ही जब पोटली खोली तो वह हैरान हो गया। प्रदीप को फोन किया और जवाब नहीं मिला तो पुलिस को लेकर उनके घर पहुंचा लेकिन तब तक तीनों सुसाइड कर चुके थे।

वॉट्सऐप पर भेजा था सुसाइड नोट

जोधपुर में पारिवारिक विवाद के चलते मंगलवार को तीनों ने सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। बड़े बेटे नवरत्न ने वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट अपने रिश्तेदारों को भेजा था, इसमें नवरत्न की पत्नी नीतू कंवर, ससुर लाल सिंह, साले श्रवण सिंह को मौत का जिम्मेदार बताया था। इसके बाद तीनों ने जहर पीकर अपनी जान दे दी।

12 साल का मौसेरा भाई घर पहुंचा तो तीनों जमीन पर पड़े थे। मुंह से झाग निकल रहे थे। ग्रामीणों की मदद से उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन शवों को लेकर ओसियां अस्पताल के बाहर मॉर्च्युरी पर बैठे हैं और नवरत्न के ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं ओसियां पुलिस ने मामले में 2 लोगों को डिटेन किया है।

जोधपुर से 60 KM दूर ओसियां स्थित बिगमी गांव पहुंचा। यहां सभी लोग दबी जुबान में इस ट्रिपल सुसाइड की चर्चा करते नजर आए। चाचा राजू सिंह ने बताया- 4 महीने से नवरत्न के ससुराल पक्ष के लोग उसे परेशान कर रहे थे। बार-बार उलाहना देते थे कि तूने बेटी से मारपीट की तेरे गांव में आकर पंचायत बैठाएंगे। समाज में बदनामी के डर से तीनों ने सुसाइड कर लिया।

नवरत्न के पिता नमकीन व्यापारी थे, 2012 में अज्ञात कारणों से फैक्ट्री में आग लगने से जलने से उनकी मौत हो गई थी। नवरत्न और उसका भाई प्रदीप उस समय बेहद छोटे थे। पिता के जाने के बाद दोनों भाइयों ने जब होश संभाला तो फाइनेंस कंपनी में काम करना शुरू किया था।

चाचा बोले- पत्नी नीतू से था विवाद

चाचा राजू सिंह ने बताया- हमारे परिवार का कोई आपसी विवाद नहीं था। यह विवाद नवरत्न और उसकी पत्नी नीतू से शुरू हुआ था। दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। उनका गांव में खेत भी था और 8 दिसंबर को ही उनके परिवार की खेत की किस्त आई थी। सब बढ़िया था। बस पत्नी को लेकर ही विवाद था। हमने नवरत्न के ससुराल वालों को भी बुलाया था। लेकिन, वो नहीं आए। आते तो शायद साथ बैठ कर उनके साथ बात हो जाती और तीनों सुसाइड नहीं करते।

ताऊ के बेटे की शादी नवरत्न के साले से हुई थी

चाचा राजू सिंह ने बताया- हमारे भाई देवी सिंह की बेटी की शादी नवरत्न के साले के साथ की गई थी। उनकी शादी फरवरी में करने का विचार था, लेकिन मंडला में नवरत्न के ससुराल वालों ने जल्दी शादी करने का दबाव बनाया इस पर नवरत्न के ताऊ की बेटी की शादी जल्दी की गई। जबकि हमारा पारिवारिक तौर पर कोई विवाद उनसे नहीं था। चाचा राजू सिंह का दावा है कि नवरत्न की पत्नी अलग कमरे में रहती थी।

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