प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा की। अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। शाम को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीएम के भाषण को बोरिंग बताया।
प्रियंका ने कहा, ‘पीएम ने कुछ भी नया या रचनात्मक नहीं कहा। उन्होंने मुझे बोर कर दिया। दशकों बाद मुझे अहसास हुआ कि मैं स्कूल के मैथ्स के डबल पीरियड में बैठी हूं।’
प्रियंका बोलीं- नड्डा जी हाथ मल रहे थे, पीएम ने उनको देखा तो वे ऐसी एक्टिंग करने लगे कि वे सुन रहे हैं, अमित शाह जी अपना सिर छू रहे थे। पीछे बैठे पीयूष गोयल जी ऐसे लग रहे थे कि वे सोने वाले हैं।
गांधी ने कहा कि मुझे लगा कि पीएम कुछ नया बोलेंगे, लेकिन उन्होंने 11 खोखले वादों के बारे में बात की। अगर उनमें भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है, तो उन्हें कम से कम अडाणी पर बहस करनी चाहिए।
विपक्ष के सांसदों ने पीएम के संबोधन पर कही ये बातें…
सपा सांसद अखिलेश यादव
भाषण 11 जुमलों का दोहराव था। ये बहुत लंबा भाषण था। आज हमें 11 जुमलों की शपथ सुनने को मिली। वंशवाद की राजनीति की आलोचना करने वालों की पार्टी में वंशवाद की भरमार है। सच्चाई यह है कि एससी/एसटी, ओबीसी और दलितों का आरक्षण खत्म कर दिया गया है। जल्द ही एक दिन आएगा जब जाति जनगणना होगी और लोगों को उनकी आबादी के हिसाब से उनके अधिकार और सम्मान मिलेंगे।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल
पीएम के भाषण में कोई दम नहीं है। ये कांग्रेस के खिलाफ सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का खेल था। कल और आज हमने उजागर किया कि उनकी (NDA) सरकार अब अडाणी के लिए चल रही है। वे संविधान की बात करते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए कर रहे हैं, एकाधिकार बना रहे हैं। जब हम संसद में संविधान पर चर्चा करते हैं, तो वे इसका कोई सम्मान नहीं करते।
कांग्रेस सांसद मल्लू रवि
भाषण के दौरान प्रधानमंत्री गांधी परिवार पर अड़े रहे। वे जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की आलोचना करते रहते हैं। उनका ध्यान केवल गांधी परिवार पर है, जिसने इस देश को स्वतंत्रता और संविधान दिलाया। हम इससे परेशान हैं।
कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे
पीएम का पूरा भाषण सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का खेल था। ऐसा भाषण प्रधानमंत्री के लिए उचित नहीं है। मैं हैरान हूं कि उन्होंने एक बार भी धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। उन्हें याद रखना चाहिए कि वह संविधान के जरिए प्रधानमंत्री बने हैं, जिसकी नींव कांग्रेस ने रखी थी।
TMC सांसद सौगत रॉय
उन्होंने वंशवाद के खिलाफ बात की, लेकिन दंगों या महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया। उनका भाषण आक्रामक था, लेकिन उन्होंने केवल वही कहा जो वे चाहते थे।
NDA के सांसदों ने पीएम के भाषण पर कही ये बातें…
भाजपा सांसद रवि किशन ने पीएम के भाषण को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा- विपक्ष को सीखना चाहिए कि भाषण कैसे दिया जाता है। प्रधानमंत्री की शालीनता आज चर्चा का विषय है। उनके भाषण ने महिलाओं, युवाओं, आदिवासी समुदायों और गरीबों को एक कड़ा संदेश दिया, जो उनकी कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होते हैं।
JDU सांसद केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा- प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आइना दिखाया और बताया कि किस तरह से उन्होंने अपने शासन के दौरान संविधान को कमजोर किया। कांग्रेस ने संविधान को कलंकित किया है और प्रधानमंत्री ने इसका पूरी तरह से पर्दाफाश किया है।