चूरू
जिले के 1707 आंगनबाड़ी केंद्र में अब सप्ताह में तीन दिन तीन से छह साल के बच्चों को दूध पिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना के तहत शुक्रवार को इसका शुभारंभ किया गया। इससे आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत तीन से छह वर्ष की उम्र के 44 हजार बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा। जिले के सभी ब्लॉक में पहली खेप में रूप में शनिवार को 19725 किलो मिल्क पाउडर पहुंचा है।
विभाग के उप निदेशक डॉ. नरेंद्र शेखावत ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को तीन से छह वर्ष के बच्चों को दूध वितरण किया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों में मिल्क पाउडर के पैकेट का वितरण कर दिया है। प्रत्येक बच्चे को 10 ग्राम मिल्क पाउडर से बना 100 एमएल दूध वितरित किया जाएगा। दूध गर्म करने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस सिलेंडर सहित अन्य सभी संसाधन उपलब्ध करवाए हैं। जहां एक ही कमरे में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहा है, वहां केंद्र के पास रहने वाली कर्मचारी के घर पर गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाया गया है। वो कर्मचारी अपने घर से दूध तैयार कर के लाएगी और बच्चों को वितरण किया जाएगा। सीडीपीओ सीमा गहलोत ने बताया कि जिले की आंगनबाड़ी केंद्रों मंे तीन महीने स्टॉक उपलब्ध करवाया है। बच्चों की संख्या के हिसाब से सभी केंद्रों में मिल्क पाउडर के पैकेट दिए गए हैं। इन पैकेट को सूखे स्थान में रखने और इनकी पूरी तरह केयर करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
यह दूध सुबह से शाम तक काम नहीं आता। इसलिए केंद्र में जब बच्चे आएंगे, उनकी संख्या के हिसाब से आधा घंटे पहले पाउडर से दूध तैयार किया जाएगा और बच्चों को वितरित किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर केंद्र पर पांच बच्चे आए, तो पांच बच्चों के लिए ही दूध तैयार किया जाएगा। पाउडर से दूध तैयार कर बच्चों को वितरण के संबंध मंे महिला पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने अपने अधीनस्थ आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया।